सनीचर मंदा होने के पीछे गुरू व शुकर का हाथ होता है, जब तक गुरू न हटेगा बात बनेगी नही,बुध+शुकर जब इकठ्ठे होंगे तभी सनीचर सिर उठा कर दुनिया को देखे/नज़रे इनायत करे वर्ना मूहँ खावे ते आंखे शर्मावे वाली बात तो सनीचर करेगा नही। गुरू को हटाने के लिये बुध का परभाव बढ़ाना मुनासिब होगा वरना गुरू शिव शंभू ढाह कोठे ला तंबू वाली हालत बना रखेगा॥